रविवार, 21 जनवरी 2024

राम मंदिर

राम ही नाम है, नाम ही राम है, 
राम ही राम है, राम ही राम है
वर्षो से है राम, 
वर्षो से थे राम, 
अनंत तक रहेंगे राम,
राम ही सत्य सनातन है,

बिता दिया छप्पर में एक युग कलयुग में,
शिखर मंदिर नही बन पाया था,
संयम बहुत था, 
जो राम तुमने पाया था, 
चौदह वर्ष त्रेता में वनवास बिताया
सैकड़ों वर्ष कलयुग में भी पाया था।

तैरते रहै राम नाम से 
पत्थर सागर में,
आज जन्म भूमि में 
रामभक्ति का सागर तैरा है,
जय श्री राम का उधघोष उठा है,
चारों ओर भगवा लहरा है,
सत्य सनातन श्रेष्ठ हो उठा है,
मंदिर में हुए विराजमान श्री राम, 
कलयुगी वनवास हटा है,

जय श्री राम 
टायसन कुशवाह

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें