शुक्रवार, 8 जुलाई 2011

मेरी प्रेयसी

होठों पर मुस्कान चेहरे पर हंसी लिये हों
तुम मेरे ख्वाबों में सजी हुई हो
सांसों में महक, आंखों में चमक लिये हों
तुम मेरी सांसों में बसी हुई हो 
मेरी प्रेयसी...... तुम मेरे लिए ही बनी हुई हो।


दिल में सच्चाई ज़ुबा पर मधुरता लिये हों 
तुम मेरी धड़कन में छुपी हुई हो 
किस्मत की धनी संस्कार लिये हों
तुम मेरे नसीब से जुड़ी हुई हो 
मेरी प्रेयसी...... तुम मेरे लिए ही बनी हुई हो।

अंगो में कोमलता मन में चंचलता लिये हों 
तुम मेरे जज्बातों में रमी हुई हो।
अपनी जिंदगी के सपने सुहाने लिये हों
तुम मेरी जिंदगी बनी हुई हो 
मेरी प्रेयसी...... तुम मेरे लिए ही बनी हुई हो।



टायसन कुशवाह 









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